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आखरी अपडेट: सितंबर 06, 2022, 14:22 IST

छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने घोषणा की कि सरकारी स्कूलों में छात्रों को स्थानीय भाषा छत्तीसगढ़ी और आदिवासी बोलियों में सप्ताह में एक बार पढ़ाया जाएगा (फाइल फोटो: पीटीआई)
सरकार सरगुजा और बस्तर क्षेत्र के आदिवासियों की छत्तीसगढ़ी और स्थानीय बोलियों में अध्ययन सामग्री तैयार कर रही है
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को घोषणा की कि सरकारी स्कूलों में छात्रों को सप्ताह में एक बार स्थानीय भाषा छत्तीसगढ़ी और आदिवासी बोलियों में पढ़ाया जाएगा। एक अधिकारी ने कहा कि शिक्षक दिवस के अवसर पर बघेल ने कहा कि इस कदम से न केवल स्थानीय भाषा और बोलियों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि छात्रों की पढ़ाई के प्रति रुचि भी बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार सरगुजा और बस्तर क्षेत्र के आदिवासियों की छत्तीसगढ़ी और स्थानीय बोलियों में अध्ययन सामग्री तैयार कर रही है। एक अन्य घोषणा में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी आत्मानंद सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों (एसएजीईएस) में संस्कृत पढ़ाई जाएगी और इन संस्थानों में कंप्यूटर शिक्षा अनिवार्य कर दी जाएगी।
बघेल ने New . के तहत बालवाड़ी (किंडरगार्टन स्कूल) योजना शुरू की शिक्षा उन्होंने कहा कि 5 से 6 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को प्री-प्राइमरी शिक्षा प्रदान करने की नीति। अधिकारी ने कहा कि चालू शैक्षणिक वर्ष में राज्य भर में कम से कम 5,173 बालवाड़ी खोले गए हैं और इस योजना का चरणबद्ध तरीके से और विस्तार किया जाएगा।
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